Featured Post

Prarthana

પ્રાર્થના। .... प्रार्थना। ..  ॐ   सर्वे   भवन्तु   सुखिनः    सर्वे   सन्तु  निरामयाः    | सर्वे   भद्राणि   पश्यन्तु  ...

Sunday, June 21, 2020

Father- The Dashing Personality -who is the main Pillar of the Family. / पिताजी - मार्गदर्शक , योगी एवं परिवार का प्रेरणा स्रोत

Father- The Dashing Personality -who is the main Pillar of the Family



पिताजी - मार्गदर्शक , योगी एवं परिवार का प्रेरणा स्रोत 

 

🙏🙏🙏  पिताजी / बाबूजी को सादर प्रणाम।🙏🙏🙏

सही कहा गया है  ,
  
F = Forever & Friendly,

A = Achiever & Able to Act Wisely,

T = Trustworthy & Thought Teacher,

H = Heroic & Helping Hope ,

E = Exceptional Expert & Equal Emotioner,

R = Really Great Person & Responsible Rainbow.



पिता , फादर  एक प्रेरणा स्रोत , ऊर्जास्रोत हैं ,जो संतानो , परिवार एवं सभी के जीवन में अनन्य ईश्वर रूपी प्रतापी व्यक्तित्व होते हैं। इसलिए संस्कृत में कहा गया है की मातृदेवो भवः।  पितृदेवो भवः।  गुरुदेवो भवः। पिता अपनें संतानो ,परिवार की मातृतुल्य भावना के साथ देखभाल करते हैं , गुरु की तरह मार्गदर्शन करते हैं एवं संतानो में , परिवारजनों में उच्च आदर्श जीवन मूल्यों का सिंचन भी करतें हैं। बहुमुखी प्रतिभा के धनी यह व्यक्ति विनम्र ,शांत एवं कर्तव्य पथ पर बड़ी ही परिपक़्वता के साथ जनकल्याण ,परिवारकल्याण के सतकर्मों में अग्रशील रहते हैं। 
So,it's truly said that,

Look Back & Get Experience,
Look Forward & See Hope,
Look Around & Find Reality,
Look Within & Find Yourself.

पिता सिर्फ संतानो का जन्मदाता ही नहीं अपितु एक आज्ञाकारी पुत्र , अच्छा पति ,एवं शिष्टाचारी व्यक्ति होते हैं ,इसलिए इन्हें बहुमुखी प्रतिभा के धनी भी कहा जाता है। पिता परिवारजनो , संतानो के मध्य पोषण एवं सामाजिक -आर्थिक संबंधों का अदभुत संतुलन बनायें रखते हैं। वे सहज व्यक्तित्व प्रतिभा द्वारा  उदार भावना से सब का संपोषण कर ,उच्च आदर्श जीवन यापन दिशा में ,समाजकल्याण के लिए प्रेरित करतें हैं। परिवार में अपने साहस ,ज्ञान द्वारा समव्यवहार करके परिवार की व समाज की उन्नति में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देतें हैं। पिता, फादर  -अनुशासन प्रिय ,कठोरता के प्रतिक , का वास्तव हृदय कोमल , निर्मल होता है ,जो प्रतिक्षण स्वजनों के लिये धडकता है। 

सही कहा गया है  , Today means----
T = This is an,
O = Opportunity to,
D = Do,
A = a work, better than,
Y = Yesterday. 

पिता स्थिरता के साथ परिवर्तन के कर्ता व आमूल समर्थक होते हैं। संयमी , सशक्त , सादगीपूर्ण जीवन निर्वाह कर ,किसी भी तरह के अपेक्षाओं से परे ,अपने कर्त्तव्य पथ पर हमेंशा डटे रहते है।  सत्कर्मों के माध्यम से परिपक्वता व उन्नति के सीमाचिन्ह रूप यह व्यक्ति संतानो को अपनें कंधों पर बैठा ,सैर करा , उच्च आदर्शों के दर्शन करवाते हैं। Dedication ,Devotion and Determination - के गुणों से भरपूर हमारें पिता एक HERO हीं तो है। वर्क -प्रोफेशन में देर तक काम करके ,घर लौट कर ,परिवार में भी क्वॉलिटी समय देते हैं। संतानो के सर्वांगी विकास में पिता का योगदान अमूल्य है। प्रोफेसनल व पर्सनल लाइफ को बैलेंस कर परिवार व जनकल्याण के लिये पिता हंमेशा यत्नशील रहतें हैं। ऐसे इंटेलिजेंट , पंचुअल पिता का संतान होना गौरव की बात है। 

पिताजी  की सिर्फ यही उम्मीद होती है की - उनकें संतान ,स्वजन अपने कर्तव्य पथ पर हरंहमेश अग्रेसर रहकर ,वसुधैव कुटुंबकं की भावना को चरितार्थ कर ,स्थितप्रज्ञ बनकर ,विनम्रता के साथ कल्याण के मार्ग पर आगे बढ़े। 

पिता -  एक उमदा व्यक्तित्व का अंश होने का गर्व है हमें। एक ऐसे सत्कर्मी , महाबाहो ,व्यक्ति को हृदय पूर्वक ,चरणों में शीश झुकाकर नमन।  

 🙏🙏🙏

भवदीय 


For getting new posts subscribe in Email Subscription Box as well as click on Follow Tab.


(*based on having memories, available information, blogger's thoughts and guidance of honorable Elder, the descriptions is mentioned above. Acceptable suggestions are welcomed.)

1 comment:

Thanking you For your Valuable Note.

And also For the Next Updated Post , Be a part of The Blog.